सर्दी
एक बार मुझे मेरे गाँव का सरपंच बना दिया गया..गाँव वालो ने
सोचा की छोरा पड़ा लिखा है…समझदार
है, अगर ये
सरपंच बन गया तो गाँव की भलाई के लिए काम करेगा..मौसम बदला, सर्दियों के आने के महीने भर
पहले गाँव वालो ने मुझसे पूछा की – सरपंच साहब इस बार सर्दी कितनी तेज पड़ेगी..
मैंने गाँव वालों से कहा की मैं आपको कल बताऊंगा..
मैं तुरंत ही शहर की और निकल गया..वहा जाकर मौसम विभाग में पता किया तो मौसम विभाग वाले बोले – की सरपंच साहब इस बार बहुत तेज सर्दी पड़ने वाली है..
मैंने भी दुसरे दिन गाँव में आकर ऐसा ही बोल दिया…
गाँव वालो को विश्वास था की अपने सरपंच साहब पढ़े लिखे हैं..शहर से पता करके आये हैं तो सही कह रहे होंगे..गाँव वालो की नजर में मेरी इज्जत और बढ़ गयी..
तेज सर्दिया पड़ने की बात सुनकर गाँव वालो ने सर्दी से बचने के लिए लकडिया इक्कठी करनी शुरू कर दी.महीने भर बाद जब सर्दियों का कोई नामोनिशान नहीं दिखा तो गाँव वालो ने मुझसे फिर पूछा..मैंने उन्हें फिर दुसरे दिन के लिए टाला..और शहर के मौसम विभाग में पहुँच गया..
मौसम विभाग वाले बोले की सरपंच साहब आप चिंता मत करो इस बार सर्दियों के सरे रिकॉर्ड टूट जायेंगे..
मैंने ऐसा ही गाँव में आकर बोल दिया..
मेरी बात सुनकर गाँव वाले पागलो की तरह लकडिया इक्कठी करने लग गए..इस तरह पंद्रह दिन और बीत गए लेकिन सर्दियों का कोई नामोनिशान नहीं दिखा..गाँव वाले फिर मेरे पास आये..मैं फिर मौसम विभाग जा पहुंचा..
मौसम विभाग वालो ने फिर वही जवाब दिया की सरपंच साहब आप देखते जाइये की सर्दी क्या जुलम ढाती है ?
मैंने फिर से गाँव में आकर ऐसा ही बोल दिया..अब तो गाँव वाले सारे काम धंधे छोड़कर सिर्फ लकडिया इक्कठी करने के काम में लग गए..इस तरह पंद्रह दिन और बीत गए..लेकिन सर्दिया शुरू नहीं हुई..गाँव वाले मुझे कोसने लगे..मैंने उनसे एक दिन का वक्तऔर माँगा..
में तुरंत मौसम विभाग पहुंचा तो उन्होंने फिर ये जवाब दिया की सरपंच साहब इस बार सर्दियों के सारे रिकॉर्ड टूटने वाले हैं..अब मेरा भी धैर्य जवाब दे गया..
मैंने पूछा – आप इतने विश्वास से कैसे कह सकते हैं. मौसम विभाग वाले बोले – की सरपंच साहब हम पिछले दो महीने से देख रहे हैं…पड़ोस के गाँव वाले पागलो की तरह लकडिया इक्कठी कर रहे हैं..इसका मतलब सर्दी बहुत तेज पड़ने वाली है…..
मैंने गाँव वालों से कहा की मैं आपको कल बताऊंगा..
मैं तुरंत ही शहर की और निकल गया..वहा जाकर मौसम विभाग में पता किया तो मौसम विभाग वाले बोले – की सरपंच साहब इस बार बहुत तेज सर्दी पड़ने वाली है..
मैंने भी दुसरे दिन गाँव में आकर ऐसा ही बोल दिया…
गाँव वालो को विश्वास था की अपने सरपंच साहब पढ़े लिखे हैं..शहर से पता करके आये हैं तो सही कह रहे होंगे..गाँव वालो की नजर में मेरी इज्जत और बढ़ गयी..
तेज सर्दिया पड़ने की बात सुनकर गाँव वालो ने सर्दी से बचने के लिए लकडिया इक्कठी करनी शुरू कर दी.महीने भर बाद जब सर्दियों का कोई नामोनिशान नहीं दिखा तो गाँव वालो ने मुझसे फिर पूछा..मैंने उन्हें फिर दुसरे दिन के लिए टाला..और शहर के मौसम विभाग में पहुँच गया..
मौसम विभाग वाले बोले की सरपंच साहब आप चिंता मत करो इस बार सर्दियों के सरे रिकॉर्ड टूट जायेंगे..
मैंने ऐसा ही गाँव में आकर बोल दिया..
मेरी बात सुनकर गाँव वाले पागलो की तरह लकडिया इक्कठी करने लग गए..इस तरह पंद्रह दिन और बीत गए लेकिन सर्दियों का कोई नामोनिशान नहीं दिखा..गाँव वाले फिर मेरे पास आये..मैं फिर मौसम विभाग जा पहुंचा..
मौसम विभाग वालो ने फिर वही जवाब दिया की सरपंच साहब आप देखते जाइये की सर्दी क्या जुलम ढाती है ?
मैंने फिर से गाँव में आकर ऐसा ही बोल दिया..अब तो गाँव वाले सारे काम धंधे छोड़कर सिर्फ लकडिया इक्कठी करने के काम में लग गए..इस तरह पंद्रह दिन और बीत गए..लेकिन सर्दिया शुरू नहीं हुई..गाँव वाले मुझे कोसने लगे..मैंने उनसे एक दिन का वक्तऔर माँगा..
में तुरंत मौसम विभाग पहुंचा तो उन्होंने फिर ये जवाब दिया की सरपंच साहब इस बार सर्दियों के सारे रिकॉर्ड टूटने वाले हैं..अब मेरा भी धैर्य जवाब दे गया..
मैंने पूछा – आप इतने विश्वास से कैसे कह सकते हैं. मौसम विभाग वाले बोले – की सरपंच साहब हम पिछले दो महीने से देख रहे हैं…पड़ोस के गाँव वाले पागलो की तरह लकडिया इक्कठी कर रहे हैं..इसका मतलब सर्दी बहुत तेज पड़ने वाली है…..
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